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Q) निम्नलिखित में से कौन-सी रचना श्यामाचरण दुवे की नहीं है?

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Q. मुझे लगता है. तुम किसी सख्त चीज को ठोकर मारते रहे हो। कोई चीज़ जो परम-पर-परम सदियों से जम गयी है, उसे शायद तुमने ठोकर मार-मारकर अपना जूता फाह लिया। कोई टीला जो रास्ते पर खड़ा हो गया था, उस पर तुमने अपना जूता आजमाया। तुम उसे बचाकर, उनके बगल से भी तो निकल सकते थे। टीलों से समझौता भी तो हो जाता है। सभी नदियाँ पहाड़ थोड़े ही फोड़ती हैं, कोई रास्ता बदलकर, घूमकर भी तो चली जाती हैं। टीलों से समझौता भी हो जाता है। यहाँ टीलों का क्या अर्थ है?

Q. रसखान का जन्म एक पठान परिवार में

Q. कबीर दास जी

Q. ‘या मुरली धर की अधरान धरी अपरा न घरौंगी’ इस पंक्ति से गोपी के किस मनोभाव का पता चलता है?

Q. कानपुर में भीषण हत्याकांड करने के बाद अंग्रेजों का सैनिक दल बिठूर की ओर गया। बिठूर में नाना साहब का राजमहल लूट लिया गया; पर उसमें बहुत थोड़ी संपत्ति अंग्रेजों के हाथ लगी। इसके बाद अंग्रेजों ने तोप के गोलों से नाना साहब का महल भस्म कर देने का निश्चय किया। सैनिक दल ने जब वहाँ तो लगायों, उस समय महल के बरामदे में एक अत्यन्त सुंदर बालिका आकर खड़ी हो गयी। उसे देख कर अंग्रेज सेनापति को बड़ा आश्चर्य हुआ; क्योंकि महल लूटने के समय वह बालिका वहाँ कहीं दिखाई न दी थी। किसे देखकर अंग्रेज सेनापति को आश्चर्य हुआ?

Q. ‘उपहास’ शब्द में उपसर्ग बताइए?

Q. सुमित्रानंदन पंत की किस रचना पर उन्हें भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार मिला?

Q. केदारनाथ अग्रवाल का जन्म कब और कहाँ हुआ?

Q. लेखक एवं उसका मित्र किस देष में यात्रा कर रहे

Q. ‘दर्शन’ को मैं जो यहाँ विशेषरूप से दर्शनीय बनाकर लिख रहा हूँ. उसका कारण यह है कि गुरुदेव के पास जब कभी मैं जाता था तो प्रायः वे यह कहकर मुस्करा देते थे कि ‘दर्शनार्थी हैं क्या?’ शुरू-शुरू में मैं उनसे ऐसी बंगला में बात करता था, जो वस्तुतः हिन्दी-मुहावरों का अनुवाद हुआ करती थी। किसी बाहर के अतिथि को जब मैं उनके पास ले जाता था तो कहा करता था, ‘एक भद्र लोक आपनार दर्शनेर जन्य ऐसे छेना’ यह बात हिन्दी में जितनी प्रचलित है, उतनी बंगला में नहीं। इसलिए गुरुदेव जरा मुस्करा देते थे। बाद में मुझे मालूम हुआ कि मेरी यह भाषा बहुत अधिक पुस्तकीय है और गुरुदेव ने उस ‘दर्शन’ शब्द को पकड़ लिया था। गुरुदेव ने किस शब्द को पकड़ लिया