स्वर संधि परिभाषा : स्वर वर्ण के साथ स्वर वर्ण के मेल से जो विकार उत्पन्न होता है, उसे ‘स्वर संधि’ कहते है। जैसे – रवि + इन्द्र इ + इ = ई (यहाँ ‘इ’ और ‘इ’ दो स्वरों के बीच संधि होकर ‘ई’ रूप हुआ) स्वर संधि के पाँच प्रकार की होती है। 1. दीर्घ स्वर संधि 2. गुण स्वर संधि 3. वृद्धि स्वर संधि 4. यण स्वर संधि 5. अयादि स्वर संधि