हर्यक वंश के शासक के बाद मगध पर शिशुनाग वंश (412 ई. पू.)का शासन स्थापित हुआ।
शिशुनाग नामक एक अमात्य हर्यक वंश के अंतिम शासक नागदशक को पदच्युत करके मगध की गद्दी पर बैठा और शिशुनाग नामक नए वंश की नींव डाली।
शिशुनाग ने अवन्ति तथा वत्स राज्य पर अधिकार करके उसे मगध साम्राज्य में मिला लिया।
शिशुनाग ने वज्जियों को नियंत्रित करने के लिए वैशाली को अपनी दूसरी राजधानी बनाया।
शिशुनाग ने 412 ई. पू. से 394 ई. पू. तक शासन किया।
शिशुनाग वंश का अंतिम राजा नंदिवर्धन था।