शिशुनाग वंश के शासक कालाशोक की मृत्यु के बाद मगध पर नंद वंश नामक एक शक्तिशाली राजवंश की स्थापना हुई
पुराणों के अनुसार इस वंश का संस्थापक महापद्म नंद एक शूद्र शासक था। उसने 'सर्वअभावंक' की उपाधि धारण की।
महापद्म नंद ने कलिंग के कुछ लोगों पर अधिकार कर लिया था। वहां उसने एक नहर का निर्माण कराया।
महापद्म नंद ने कलिंग के गिनसेन की प्रतिमा उठा ली थी। उसने एकराट की उपाधि धारण की।
नंद वंश का अतिम शासक घनानंद था, जिसे ग्रीक लेखकों ने 'अग्रमीज' कहा है।
घनानंद के शासन काल में 325 ई. पू. में सिकन्दर ने भारत पर आक्रमण किया था।